गर्भावस्था एक माँ का सबसे बड़ा सपना होता है और इस दौरान कई चीज़ें ऐसी होती हैं, जो बहुत मुश्किल हो जाती हैं, जैसे इस दौरान महिला के लिए अपना खानपान सही रखना बहुत मुश्किल हो जाता है। अक्सर इस दौरान, मूड स्विंग्स के साथ-साथ अपने खान-पान को संतुलन में रखना एक बहुत ही बड़ी समस्या होती है। दरअसल, इस तरह की स्थिति में डॉक्टर के द्वारा बताए गए, डाइट चार्ट का पालन करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो जाता है, जैसे कि डॉक्टर के द्वारा, रोजाना दूध पीने की सलाह प्रदान करना। आम तौर पर, एक महिला को गर्भावस्था के दौरान दूध पीने के लिए क्यों कहा जाता है? क्या रोजाना दूध का सेवन करने से माँ के गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन बढ़ जाता है? और इस तरह की स्थिति में दूध पीने के क्या क्या फायदे होते हैं? तो आइये इस लेख के माध्यम से इसके बारे में इस के डॉक्टर से जानकारी प्राप्त करते हैं।
क्या दूध का सेवन करने से गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन बढ़ जाता है?
हां, गर्भावस्था के दौरान, ऐसा हो सकता है, कि दूध का सेवन करने से गर्भ में पल रहे बच्चे का स्वस्थ विकास हो सकता है, पर यह असल में, गर्भ में पल रहे बच्चे के वजन को बढ़ाने का सीधा फॉर्मूला बिलकुल नहीं है। आपको बता दें, कि दूध में कैल्शियम, प्रोटीन, B12 और D जैसे महत्वपूर्ण विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आम तौर पर, एक बच्चे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते हैं। इसमें एक बच्चे की हड्डियों की मजबूती और मांसपेशियों का निर्माण शामिल होता है। आपको बता दें कि डॉक्टरों के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान 1 से 2 सर्विंग दूध या फिर डेयरी उत्पाद शामिल करने से मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों के लिए लाभदायक और पोषण के साथ जुड़ी जरूरतों को पूरा करने में काफी ज्यादा मदद प्राप्त हो सकती है।
गर्भावस्था में दूध पीने के फायदे
गर्भावस्था के दौरान, दूध एक सम्पूर्ण आहार की तरह काम करता है। दरअसल, इसमें बहुत सारे विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स होते हैं, जो आम तौर पर गर्भावस्था के दौरान एक माँ को स्वस्थ रखने के साथ-साथ होने वाले बच्चे को भी सेहतमंद रखने में काफी ज्यादा मदद प्रदान करता है। आपको बता दें, कि यह शरीर के सभी अंगों को सेहतमंद बनाने में मदद प्रदान करने के साथ साथ कई तरह के लाभ पहुंचता है, जैसे कि
- प्रोटीन का सोर्स है
प्रोटीन का एकमात्र सोर्स दूध को कहा जाता है, जो एक माँ को सेहतमंद रखने के साथ साथ बच्चे की हड्डियों और मांसपेशियों के निर्माण में सहायता प्रदान करता है। आपको बता दें कि गर्भावस्था के बाद भी दूध का सेवन हड्डियों की रिकवरी में काफी ज्यादा सहायता प्रदान करता है। इसके साथ ही, दूध में मौजूद प्रोटीन शरीर के सभी नसों, मांसपेशियों और टिशूज के लिए बहुत जरूरी होता है।
- विटामिन डी से भरपूर
दूध में विटामिन डी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जो असल में माँ और बच्चे दोनों के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। आपको बता दें कि विटामिन डी सेहतमंद हड्डियों को और कैल्शियम के अवशोषणों को बनाकर रखने में काफी ज्यादा मदद प्रदान करता है। गर्भावस्था के दौरान, विटामिन डी हार्मोनल सेहत को सेहतमंद बना के रखने के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे के न्यूरल सेहत को सेहतमंद रखने में सहायता प्रदान करता है।
निष्कर्ष: एक महिला के लिए उसका सबसे ज्यादा कीमती समय उसकी गर्भावस्था होती है, जिसमें कई चीज़ें ऐसी होती हैं, जो उसके लिए बहुत मुश्किल हो जाती हैं, जैसे कि इस दौरान अपने खानपान को सही रखना बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो जाता है। इस दौरान वह डॉक्टर द्वारा बताई रोजाना दूध पीने की सलाह का भी पालन नहीं कर पाती हैं। गर्भावस्था के दौरान, दूध का सेवन, गर्भ में पल रहे बच्चे के वजन को बढ़ाने का सीधा फॉर्मूला बिल्कुल नहीं है, पर हाँ गर्भावस्था के दौरान, ऐसा हो सकता है, कि यह गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वस्थ विकास को बड़ा सकता है। गर्भावस्था के दौरान, दूध का सेवन माँ और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों के लिए कई फायदों को प्रदान कर सकता है। अगर आपको भी इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करनी है या फिर गर्भावस्था के दौरान क्या खाना और क्या नहीं खाना चाहिए, बारे में जानना चाहते हैं, तो आप ही अमेरिटस अस्पताल में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

































