दरअसल, इस बात से कोई भी अनजान नहीं है, कि मासिक धर्म चक्र सभी महिलाओं में 11से 12 वर्ष की आयु से लेकर लगभग 50 वर्ष की आयु तक रहता है। आम तौर पर, 40 की उम्र में महिलाओं को कभी-कभी असामान्य रक्तस्राव जैसी समस्या हो सकती है। दरअसल, अगर मासिक धर्म में यह अनियमितता लगातार बनी रहती है, तो यह एक चिंता का विषय हो सकता है, जिसके लिए तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। हालांकि, रक्तस्राव के दिनों की गिनती में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है। इसके साथ ही, क्लॉट के साथ भारी ब्लीडिंग, दर्द या फिर अनियमित ब्लीडिंग जैसी समस्या हो सकती है। असल में, महिलाओं में 7 दिनों तक मासिक धर्म का रक्तस्राव होना एक आम बात होती है।
आम तोर पर, अब सवाल यह है, कि आखिर असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव क्या होता है? तो असामान्य रक्तस्राव जैसी समस्या तब होती है, जब मासिक धर्म चक्र नियमित नहीं होता है, रक्तस्राव नॉर्मल से बहुत ज्यादा होता है, यानी कि चक्र 35 दिनों से ज़्यादा या फिर 21 दिनों से कम होता है, तो इस को असामान्य माना जाता है। इस तरह की स्थिति में, क्तस्राव का पैटर्न बिलकुल बदल जाता है। इसके कारणों में, किसी विशेष हार्मोन का काफी ज्यादा या फिर बहुत कम उत्पादन होना और गर्भावस्था से जुड़े कारण शामिल हो सकते हैं। अगर समय रहते इस समस्या का उचार न किया जाये, तो यह समस्या आगे चलकर काफी ज्यादा परेशान कर सकती है। दरअसल इसका उपचार कई कारणों पर निर्भर कर सकता है। आइये इस लेख के माध्यम से इस के डॉक्टर से इस के बारे में और विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं।
सामान्य मासिक धर्म चक्र क्या होता है?
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें, कि सामान्य मासिक चक्र वो होता है, जो हर 28 से 35 दिनों के अंदर महिअलों को आता है और इसके साथ ही लगभग 7 से 8 दिनों तक चलता है। इसके अलावा, सामान्य मासिक धर्म चक्र के दौरान दर्द या फिर क्लॉट्स जैसी समस्या नहीं होती है। दरअसल, दो हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन, जो मासिक धर्म चक्र के दौरान, गर्भाशय की परत (एंडोमेट्रियम) पर काम कर उसे बढ़ने में सहायता प्रदान करते हैं। आम तौर पर, एक औसत मासिक चक्र लगभग 28 दिनों तक का होता है। हालांकि, यह छोटा भी हो सकता है और लंबा भी हो सकता है।
असामान्य रक्तस्राव के कारण:
- दरअसल, इस तरह की स्थिति, तब उत्पन्न हो सकती है, जब शरीर किसी विशेष हार्मोन का बहुत ज्यादा या बहुत कम उत्पादन करने लगता है।
- गर्भनिरोधक तरीकों से जुड़ी समस्याएं, जैसे कि इंट्रा यूटेराइन डिवाइस या फिर गर्भनिरोधक गोलियां।
- गर्भावस्था से जुड़े कारण भी असामान्य रक्तस्राव का कारण बन सकते हैं।
- इसके कारणों में गर्भाशय का कैंसर या फिर ट्यूमर भी शामिल हो सकता है।
असामान्य रक्तस्राव का उपचार:
आम तौर पर, असामान्य रक्तस्राव का उपचार असल में, कई कारकों पर निर्भर करता है, जिस में समस्या का कारण, महिलाओं की उम्र, रक्तस्राव की गंभीरता और साथ में, भविष्य में गर्भधारण की इच्छा शामिल होती है। असामान्य रक्तस्राव के उपचारों में, निम्नलिखित विकल्प शामिल हो सकते हैं, जैसे कि
- दवाओं या फिर सर्जरी के माध्यम से असामान्य रक्तस्राव जैसी समस्या का इलाज किया जा सकता है। और इसके साथ ही, दवा का असर महसूस होने में कुछ पीरियड्स चक्र लग सकते हैं।
- दरअसल, उपचार की पहली लाइन नॉन-हार्मोनल दवाएं को माना जाता है, जो आम तौर पर, पीरियड्स के दौरान दर्द और ब्लीडिंग को कम करने में काफी ज्यादा सहायता प्रदान करते हैं।
- दरअसल, एंडोमेट्रियल हाइपरप्लासिया जैसी गंभीर समस्या को रोकने और इसका इलाज करने में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन काफी ज्यादा सहायता करता है।
- अगर दवाओं से किसी भी तरह का कोई फायदा नहीं मिलता है, तो इस दौरान सर्जरी का सहारा लिया जा सकता है।
- दरअसल, इस तरह की स्थिति में हार्मोन उपचार से रक्तस्राव को कंट्रोल करने में कुछ महीनों का समय लग सकता है।
असामान्य रक्तस्राव के लक्षण
- सेक्स के बाद रक्तस्राव जैसी समस्या होना।
- एक महिला को मासिक धर्म के बीच रक्तस्राव होना।
- मासिक धर्म चक्र के दौरान, महिला को कभी भी रक्तस्राव होना।
- आम से ज्यादा और लम्बे समय तक रक्तस्राव जैसी समस्या बनी रहना।
- किसी महिला को तीन नॉर्मल साइकिल या फिर छह महीनों तक पीरियड न आना
निष्कर्ष: जब मासिक धर्म चक्र नियमित नहीं होता है, रक्तस्राव नॉर्मल से बहुत ज्यादा होता है, यानी कि चक्र 35 दिनों से ज़्यादा या फिर 21 दिनों से कम होता है, तो इस को असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव कहा जाता है। इसके कारणों में, गर्भाशय का कैंसर या फिर ट्यूमर आदि शामिल हो सकता है। असामान्य रक्तस्राव का उपचार असल में, कई कारकों पर निर्भर करता है, जिस में समस्या का कारण, महिलाओं की उम्र, रक्तस्राव की गंभीरता आदि शामिल होती है। अगर आपको भी असामान्य रक्तस्राव जैसी कोई समस्या है और इसका समाधान चाहती हैं, तो आप आज ही अमेरिटस अस्पताल में जाकर इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
