दरअसल, सभी महिलाओं को हर महीने पीरियड्स जैसी स्थिति से गुजरना पड़ता है। आपको बता दें, कि इस तरह की स्थीति में सभी महिलाओं को काफी ज्यादा दर्द और क्राप्स जैसी समस्या से गुजरना पड़ता है। लगभग सभी महिलाएं इस तरह की स्थिति का अनुभव करती हैं। दरअसल, महिअलों में यह स्थिति एक उम्र के बाद ही शुरू होती है। आम तौर पर, यह सोचकर अकसर बहुत सारी महिलाओं को काफी ज्यादा हैरानी होती है, कि जैसे-जैसे उनकी उम्र में बढ़ोतरी होती है, उसी तरह पीरियड्स के साथ जुड़े उनके अनुभव भी काफी ज्यादा बदलने लगते हैं। आम तौर पर, इस तरह की स्थिति में कई महिलाओं को लगता है, कि उनका पीरियड्स यानी मासिक धर्म हल्का और काफी ज्यादा आसान हो गया है, तो उसी तरह, इस दौरान कई महिलाओं को लगता है, कि उनके पीरियड्स में दर्द और परेशानी काफी ज्यादा बढ़ गयी है। पर, क्या सच में ऐसा होता है? क्या महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ-साथ पीरियड के दर्द और परेशानी में बढ़ोतरी होती है, या फिर यह एक सिर्फ मिथक की तरह है? इस तरह के सवाल हर उस महिला के मन में उठते हैं, जो आमतौर पर, 25 से 35 की उम्र के बाद भी पीरियड्स जैसी स्थिति में, काफी ज्यादा तेज दर्द, क्रैम्प्स, मांसपेशियों में खिंचाव और काफी ज्यादा ब्लीडिंग होना जैसी स्थिति को महसूस करती हैं। तो आइये इस लेख माध्यम से इसके बारे में इसके डॉक्टर से विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं, कि क्या सच में महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ पीरियड के दर्द में भी बढ़ोतरी होती है?
क्या पीरियड का दर्द उम्र के साथ बढ़ जाता है?
डॉक्टर के अनुसार, गर्भाशय की मांसपेशियों में संकुचन की वजह से महिलाओं को पीरियड के दौरान दर्द होता है। आपको बता दें, कि पीरियड के दौरान महिला का शरीर एक तरीके से केमिकल को छोड़ता है, जो गर्भाशय से खून और टिश्यू निकालता है। अगर, किसी महिला के शरीर में इस केमिकल की मात्रा काफी ज्यादा हो जाती है, तो वह पीरियड्स के दौरान काफी ज्यादा दर्द महसूस करती है।
दरअसल, कई महिलाओं में यह देखने को मिलता है, कि 30 की उम्र के बाद उनके पीरियड, पहले से ज्यादा दर्दनाक हो गए हैं। दरअसल, इस पर डॉक्टर का कहना है, कि एक महिला की उम्र बढ़ने के साथ पीरियड का दर्द बढ़ सकता है, पर यह अक्सर आम नहीं होता है। आम तौर पर, बहुत बार इसका कारण एक महिला के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव या फिर कुछ बीमारियां भी हो सकती हैं। यानी कि दूसरे शब्दों में, इस तरह की स्थिति के दौरान दर्द का बढ़ना एक संकेत भी हो सकता है, कि उसके शरीर में इसे कई बदलाव हो रहे हैं, जिन पर उसका ध्यान देना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। जैसे कि
- हार्मोनल असंतुलन के कारण गर्भाशय में सूजन और क्रैम्प्स बढ़ना।
- 25 से 35 की उम्र में एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण दिखने पर गर्भाशय की परत जैसी कोशिकाओं का दूसरी जगह बढ़ना और तेज दर्द होना।
निष्कर्ष
उम्र बढ़ने के साथ पीरियडस के दर्द में बढ़ोतरी होना एक आम बात नहीं होती है, बल्कि, यह कई बार किसी छिपी बीमारी का संतत भी हो सकती है। दर्द बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि सही समय पर मिलने वाला इलाज दर्द और फर्टिलिटी को सुरक्षित रखता है। अगर आपको भी उम्र बढ़ने के साथ पीरियडस में काफी ज्यादा दर्द का अनुभव होता है और आप इसका इलाज चाहती हैं, तो आप आज ही अमेरिटस हॉस्पिटल में जाकर इसके विशेष्ज्ञों से जानकारी ले सकती हैं।
