आंत को शरीर में मष्तिष्क के रूप में भी जाना जाता है, वही आंत का हमारे शरीर में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है क्युकि हमारे द्वारा जो भी खाया जाता है उसे पचाने का काम आंत ही करती है, वही आंतों से जुडी बीमारियां क्या होती है और लक्षणों के माध्यम से कैसे हम अपने आंतों की रक्षा कर सकते ही इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;
आंत क्या होते है ?
- आंत जोकि सामान्यतः दो तरह के होते है, जिसमे पहला प्रकार छोटी आंत का होता है और दूसरा प्रकार बड़ी आंत का होता है।
- वही आंत की बात करें तो ये हमारे शरीर में हम जो भी खाते है उन्हें पचाने का काम करती है।
- आंत हमारे द्वारा खाए भोजन में से स्वस्थ और पौष्टिक चीजों को शरीर के अंदर रखती है और विषाक्त पदार्थ को बाहर करती है। हलाकि जब आंतों के द्वारा अपना काम ठीक तरह से नहीं किया जाता तो कब्ज समेत कई रोगों का जन्म होने लगता है।
- आंतों की बात करें तो बड़ी आंत में पानी को अवशोषित किया जाता है जबकि छोटी आंत मिनरल, विटामिन और दूसरे तत्वों का अवशोषण करती है।
आंतों से जुडी बीमारियां कौन-कौन सी होती है ?
- आंत जोकि सामान्यतः दो तरह के होते है, बड़ी आंत और छोटी आंत,
- छोटी आंत की बीमारी में शामिल आंतशोथ, कार्बोहाइड्रेट असहिष्णुता, शरीर में आवश्यक एंजाइमों की कमी, नाड़ी और छोटी आंतों की एलर्जी संबंधी बीमारियां, व्हाइपल का रोग और अन्य. अनुचित पोषण या विशिष्ट दवाइयां लेने के कारण, छोटी आंतों में चिपचिपा झिल्ली के अखंडता या जलन के उल्लंघन के कारण उनमें से सभी अपना विकास शुरू करते है।
- बड़ी आंत के रोगों में बृहदांत्रशोथ, अल्सर, क्रोहन रोग, डिवर्टक्यूलोसिस और बृहदान्त्र, ट्यूमर और अन्य बीमारियों के अन्य परेशानियां शामिल है।
यदि आप अपनी बड़ी और छोटी आंत के अंदर की बीमारी के बारे में जानना चाहते है तो इसके लिए आप लुधियाना में कोलोनोस्कोपी से अपनी जाँच करवाए।
आंतों की खराबी के क्या संकेत है ?
- एक महीने या इससे ज्यादा समय तक कब्ज का रहना।
- मल त्यागते समय पेट और एनस (गुर्दे) में दर्द का होना।
- पेट से ब्लोटिंग और भारीपन का महसूस होना।
- बैचेनी, पेट में जलन, दर्द और मरोड़ महसूस करना।
- हर दूसरे दिन कब्ज की समस्या का होना और पेट के बीच में दर्द का होना।
- मल के साथ खून का आना।
- तेजी से वजन का घटना।
- मुंह और शरीर से दुर्गंध का आना।
- भूख में कमी का महसूस करना।
अगर आप आंत या पेट से जुडी किसी भी तरह की समस्या का सामना कर रहें है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में गैस्ट्रो डॉक्टर का चयन करना चाहिए।
आंतों की बीमारी का इलाज क्या है ?
- रोजाना व्यायाम करें।
- फाइबर युक्त खाद्यपदार्थ का सेवन करें।
- पानी की पर्याप्त मात्रा ले और खुद को हाइड्रेट रखें।
- विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने की कोशिश करें।
- प्रोबायोटिक्स आंतों को स्वास्थ्य रखने में एहम भूमिका निभाते है इसलिए इनकी मात्रा शरीर में बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा डेयरी उत्पादों का सेवन करें।
- आराम करें और खुद का ध्यान रखें।
- नियमानुसार कुछ न कुछ खाए लेकिन लगातार नहीं।
आंतों की बीमारी के लिए बेस्ट हॉस्पिटल या सेंटर !
आंत में किसी भी तरह की गंभीर बीमारी का होना काफी खतरनाक माना जाता है, क्युकि इससे हमारे शरीर का पाचन क्रिया का सिस्टम जुड़ा होता है इसलिए जरूरी है की इनमे किसी भी तरह की अगर परेशानी आ जाए तो कैसे हम इससे खुद का बचाव कर सकते है वो भी लुधियाना गेस्ट्रो एन्ड गयने सेंटर की मदद से।
निष्कर्ष :
आंतों में किसी भी तरह की बीमारी आने पर जल्द डॉक्टर के संपर्क में आए।