बांझपन की समस्या महिला और पुरुष दोनों के लिए चिंता का विषय हैं। बांझपन एक चुनौतीपूर्ण और भावनात्मक रूप से कष्टदायक स्थिति होती है, दुनिया भर में कई लोगों को प्रभावित करती है। इस समस्या के कारण महिलाओं को गर्भधारण करने से पहले प्रजनन से संबंधित कई तरह की समस्याएं होती हैं। बांझपन के कारण महिला और पुरुष दोनों ही गर्भधारण करने में असमर्थ होते हैं। बांझपन के लिए हालाँकि चिकित्सा उपचार उपलब्ध हैं, पर फिर भी कई लोग गर्भधारण की संभावना को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक घरेलू उपचारों का उपयोग करना पसंद करते हैं। आमतौर पर पेशेवर चिकित्सा के लिए यह उपचार सलाह का विकल्प नहीं हैं, पर यह मौजूदा उपचारों के पूरक भी हो सकते हैं, और यह महिला और पुरुष के समग्र प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं। अगर बांझपन के कारण एक महिला गर्भधारण नहीं कर पाती है, तो बिल्कुल भी चिंता ना करें, प्राकृतिक घरेलू उपायों का इस्तेमाल कर इनफर्टिलिटी या बांझपन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इस लेख के माध्यम से हम सात प्राकृतिक घरेलू उपचारों पर चर्चा करेंगे जो बांझपन के इलाज में मददगार साबित हो सकते हैं।
पुरुषों में बांझपन के कारण
- स्खलन संबंधी विकार होना।
- शराब सिगरेट का बहुत ज्यादा सेवन करना।
- शरीर में न्यूट्रिएंट्स की कमी होना।
- जरूरी हार्मोन की कमी या असंतुलन होना।
- उन रासायनिक दवाइयों का सेवन करना जिनसे फर्टिलिटी प्रभावित होती है।
- डीएनए फ्रेगमेंटेशन होना।
- स्पर्म मोललिटी, स्पर्म काउंट की मात्रा कम होना और स्पर्म स्ट्रक्चर का बिगड़ जाना।
महिलाओं में बांझपन के कारण
- शरीर में पोषण में कमी होना।
- आम तोर पर 45 की उम्र पार कर लेने के बाद महिलाओं को गर्भधारण में परेशानी होती है। ज्यादा उम्र भी बांझपन का कारण बन सकती है।
- पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, एक बीमारी जो महिला के गर्भधारण की प्रक्रिया को प्रभावित करती है।
- प्रोलैक्टिन की मात्रा में अनचाही बढ़ोतरी होना।
- ओवेरियन सिस्ट होना।
बांझपन के इलाज के लिए 7 प्राकृतिक घरेलू उपचार
- स्वस्थ आहार बनाए रखें
दरअसल प्रजनन स्वास्थ्य के साथ -साथ संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी एक संतुलित आहार बहुत ज्यादा जरूरी है। आमतौर पर स्वस्थ शरीर का वजन बनाए रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि कम या ज्यादा वजन महिला और पुरुष के हार्मोनल संतुलन और ओव्यूलेशन को बाधित कर सकता है। जो लोग बांझपन का शिकार होते हैं उनको फलों, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए, और ज्यादातर इन आहारों पर ही ध्यान देना चाहिए। आपको बता दें कि फोलिक एसिड, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्व प्रजनन क्षमता के लिए मुख्य रूप से महत्वपूर्ण हैं। दरअसल फोलिक एसिड शिशु में न्यूरल ट्यूब दोषों को रोक सकता है, जबकि आयरन और जिंक अंडे के उत्पादन और शुक्राणु स्वास्थ्य में सहायक होते हैं, हालाँकि अपने आहार में पत्तेदार सब्ज़ियाँ, जामुन और मेवे जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करने से प्रजनन क्षमता को बढ़ावा मिलता है।
- पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थों के संपर्क को सीमित करें
आमतौर पर पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थों और अंतःस्रावी सिस्टम को नुकसान पहुंचाने वाले रसायनों के संपर्क में आने से प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है। इन संपर्क को दूर करने के लिए, आप अपने दैनिक जीवन में सुधार करने के बारे में सोचें, जैसे कि प्राकृतिक सफाई उत्पादों का उपयोग करना, BPA से भरपूर प्लास्टिक के कंटेनरों से अपना बचाव करना, और जहां तक हो सके आपको जैविक खाद्य पदार्थों का सेवन करना। इसके साथ ही अपने काम वाली जगह या घर के वातावरण में हानिकारक रसायनों के संपर्क को भी सीमित करें। - नियमित व्यायाम
नियमित व्यायाम करने से शरीर चुस्त रहता है। नियमित शारीरिक गतिविधि सेहतमंद वजन और समग्र स्वास्थ्य बनाए रखने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है। आम तौर पर व्यायाम हार्मोन को नियंत्रित करने में बहुत मदद करता है और इसके साथ ही स्वस्थ मासिक धर्म चक्र को बढ़ावा देकर प्रजनन क्षमता में सुधार करता है। हालांकि आपको बता दें कि इसको ज़्यादा न करें, क्योंकि बहुत ज्यादा व्यायाम प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है। आप व्यायाम के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने का लक्ष्य रखें, जिस में कि पैदल चलना, तैरना या योग जैसी गतिविधियां भी शामिल हो सकती हैं। - तनाव कम करें
आपको बता दें कि ज्यादातर लोगों में बीमारियों का कारण तनाव ही होता है। असल में तनाव महिला के हार्मोनल संतुलन और मासिक धर्म चक्र को बिगाड़ कर प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आपको ज्यादातर अपना तनाव कम करने के लिए ध्यान, गहरी साँस लेने और योग जैसे अभ्यासों को करना चाहिए। आमतौर पर ये विश्राम तकनीक दरअसल आपको बांझपन के भावनात्मक बोझ को कम करने और गर्भधारण की संभावनाओं को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है। इसके अलावा डॉक्टरी सलाह या फिर सहायता समूहों के माध्यम से भावनात्मक समर्थन प्राप्त करना, बांझपन से जूझ रहे जोड़ों के लिए फायदेमंद हो सकता है। - हर्बल उपचार
दरअसल लोगों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए पारंपरिक रूप से कई जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। विटेक्स, जिस को चेस्ट ट्री या चेस्टबेरी भी कहा जाता है, यह इस तरह की ही एक जड़ी-बूटी है जो महिलाओं में हार्मोन को नियंत्रित करने और ओव्यूलेशन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है। इसके साथ ही एक और माका रूट जड़ी-बूटी है जो कि प्रजनन क्षमता बढ़ाने की अपनी क्षमता के लिए जानी जाती है, खासकर पुरुषों में। हालांकि आपको बता दें की इन हर्बल उपचारों का इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है, पर इन को अपनी बांझपन उपचार योजना में शामिल करने से पहले आपको किसी स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। - एक्यूपंक्चर और पारंपरिक चीनी चिकित्सा
एक्यूपंक्चर, एक प्राचीन चीनी पद्धति है, जिस में ऊर्जा प्रवाह को प्रोत्साहित करने के लिए शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर पतली सुइयों को डाला जाता है। आपको बता दें कि कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि एक्यूपंक्चर प्रजनन अंगों में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और हार्मोन को संतुलित करके प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है। आमतौर पर पारंपरिक चीनी चिकित्सा, जिसमें हर्बल उपचार भी शामिल हैं, अंतर्निहित प्रजनन समस्याओं के समाधान के लिए एक्यूपंक्चर के साथ संयोजन में भी इन का उपयोग किया जा सकता है। - स्वस्थ वजन बनाए रखें
जैसे कि आप सभी को पता ही है, कि महिलाओं और पुरुषों के लिए प्रजनन क्षमता के लिए स्वस्थ वजन बनाए रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। आमतौर पर वजन ज्यादा और कम होने पर हार्मोनल संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे की प्रजनन क्षमता में कमी और अनियमित मासिक धर्म चक्र में गड़बड़ी हो सकती है। दरअसल आहार और व्यायाम के द्वारा स्वस्थ वजन हासिल करने और उसे बनाए रखने से महिला और पुरुष के गर्भधारण की संभावना काफी ज्यादा बढ़ सकती है। अपनी ख़ास ज़रूरतों के अनुसार वज़न प्रबंधन के बारे में मार्गदर्शन के लिए आमतौर पर किसी स्वास्थ्य सेवा पेशेवर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह लेना बहुत ज़रूरी है। स्वस्थ वजन व्यक्ति कई तरह की बिमारिओं से बचता है।
प्रजनन क्षमता के लिए सर्वोत्तम फल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोई भी एक फल प्रजनन क्षमता की गारंटी नहीं दे सकता, लेकिन कुछ फलों में पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट के गुण मौजूद होते हैं, जो प्रजनन स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद हो सकते हैं। जैसे की ,
- बेरीज (ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी) आदि।
- खट्टे फल जैसे संतरे, अंगूर, नींबू का सेवन।
- केले का सेवन।
- एवोकाडो का सेवन।
कौन से खाद्य पदार्थ बांझपन को बढ़ाते है?
- अधिक चीनी का सेवन।
- ट्रांस फैट (तले हुए और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों) आदि।
- कैफीन का सेवन करना।
- अधिक मात्रा में शराब का सेवन।
- प्रसंस्कृत मांस जैसे हॉट डॉग, बेकन और डेली मीट का सेवन करना।
- उच्च स्तर वाले सोया उत्पादों का अत्यधिक सेवन हार्मोनल संतुलन में हस्तक्षेप कर सकता है।
- उच्च पारा वाली मछलियों का सेवन करना।
आप अपनी प्रजनन समस्या का समाधान कैसे कर सकते हैं?
अक्सर प्रजनन संबंधी समस्याओं का हल करने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण की जरूरत होती है। जैसे कि,
- किसी स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से सलाह ले सकते हैं।
- अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों का समाधान करें।
- अपनी जीवनशैली में बदलाव करें।
- दवाइयों का उपयोग करें (डॉक्टरी सलाह पर)
- सहायक प्रजनन तकनीक पर विचार करें।
- अपने परिवार को बढ़ाने के तरीके के रूप में गोद लेने पर विचार करें।
निष्कर्ष : लोगों में बांझपन की समस्या उनके गर्भधारण करने में मुश्किलें पैदा करती है। गर्भधारण न हो पाने का कारण पुरुष और महिला में से एक या दोनों भी हो सकते हैं। आज के समय में बांझपन की समस्या एक चिंता का विषय बनता जा रहा है। बांझपन एक चुनौतीपूर्ण और भावनात्मक रूप से कष्टदायक है। लेकिन अपना स्वस्थ आहार बनाए रखने से, स्वस्थ वजन, नियमित व्यायाम, तनाव, एक्यूपंक्चर और पारंपरिक चीनी चिकित्सा, हर्बल उपचार और पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थों के संपर्क को सीमित करने जैसे घरेलू उपायों को अपनाने से बांझपन को दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही आप इसके बारे अपने डॉक्टर से सलाह लेना बिकुल न भूलें। अगर इन घरेलू उपायों का इस्तेमाल करने के बावजूद भी बांझपन की समस्या दूर नहीं हो रही है और आप इस समस्या से काफी परेशान हैं और आप इसका इलाज करवाना चाहते है तो आप आज ही अमेरिटस अस्पताल में जाके अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके इलाज के बारे में जानकारी ले सकते हैं।