ओवुलेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें महिला के अंडकोष में एक या एक से अधिक अंडे उत्पन्न हो जाते है या फिर उन अंडो के निकलने की प्रक्रिया को ओवुलेशन कहा जाता है | जीवन में ओवुलेशन क्रिया का बहुत महत्वपूर्ण चरण होता है, जो की महिलाओं में यह प्रक्रिया आम तौर पर मासिक धर्म में 14वें दिन के आस पास होती है, हालांकि हर महिला में ओवुलेशन की तारीख अलग-अलग होती है |
एमेरिटस हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टर शुचिता बत्रा जो की गयनेकोलॉजिस्ट में एक्सपर्ट्स है उनका मानना है की महिलाओं के लिए ओवुलेशन की प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण होती है, यह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि इसके जरिये गर्भधारण होने की सम्भावना होती है | आइये जानते है ओवुलेशन की महत्वता के बारे में :-
ओवुलेशन की महत्वता क्या है ?
- ओवुलेशन के दौरान जो अंडा तैयार होता है अगर वह स्त्री के शुक्राणुओं के साथ मिलता है तो गर्भधारण हो सकता है |
- इस दौरान महिला के शुक्राणु उत्पादिक ग्रंथियों द्वारा अंडे के पास पहुंचते है, इसलिए ओवुलेशन का सही समय और सही तरीके से होना बेहद ही आवश्यक है |
- ओवुलेशन के उत्पन्न होने के बाद, महिला के शारीरिक और मानसिक रूप में भी काफी सुधार आ जाता है |
ओवुलेशन की लक्षण क्या है ?
- पेट के निचले हिस्से में हल्का-हल्का दर्द होना या फिर तंगी का अनुभूति होना |
- पेट में अस्थायी रूप में बायीं और दायीं तरफ दर्द उठना |
- वजन का बढ़ जाना |
- मूड में बार-बार परिवर्तन होना, जैसे की थकान होना , चिड़चिड़ापन आ जाना, उत्सुकता होना आदि |
ओवुलेशन की जांच कैसे की जा सकती है ?
इस प्रक्रिया को जांच करने के कई तरीके है, आइये जानते है इस बारे में :-
- बासल शारीरिक तापमान एक ऐसी तकनीक है, जो शरीर के नियमित तापमान को मापना कार्य करता है, क्योंकि ओवुलेशन के दौरान शरीर के तापमान में थोड़ी वृद्धि हो जाती है |
- अल्ट्रासाउंड स्कैन में एक ऐसा उपकरण का उपयोग किया जाता है, जिसके ज़रिये महिला के अंडाशय में अंडे की स्थति की जांच की जाती है |
अगर आप भी ओवुलेशन की जांच करवाना चाहते हो तो बेहतर यही आप किसी अच्छे डॉक्टर से जांच करवाएं, इसके लिए आप एमेरिटस हॉस्पिटल का चयन कर सकते है |