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क्या आपको भी गर्भधारण करने में आ रही है मुश्किल, जानिए डॉक्टर सुचित्रा बत्रा से क्या हो सकते है इसके कारण

इनफर्टिलिटी एक ऐसा स्थिति होती है, जहाँ एक साल तक गर्भधारण की कोशिश करने के बाद भी महिलाएं गर्भवती होने में असफल हो जाती है | इसकी मुख्य वजह है बढ़ती उम्, जैसे-जैसे महिला की उम्र बढ़ती जाती है वैसे -वैसे ही उनमे मौजूद शुक्राणु और अंडे की गुणवत्ता और मात्रा में कमी आने लग जाती है, क्योंकि गर्भवती का कंसीव होना शुक्राणु और अंडे की गुणवत्ता और मात्रा पर ही निर्भर करता है | आइये जानते है डॉक्टर सुचित्रा बत्रा से क्या होती है इनफर्टिलिटी :- 

एमेरिटस हॉस्पिटल के सीनियर कंसलटेंट जो की लेप्रोस्कोपी और इनफर्टिलिटी में स्पेशलिस्ट डॉक्टर सुचित्रा बत्रा ने अपने  यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया कि जो महिलाएं एक साल से तक लगातार गर्भधारण करने की कोशिश करने के बाद भी गर्भवती होने में असमर्थ हो जाती है, उसे बांझपन या फिर इनफर्टिलिटी की समस्या कहा जाता है | इनफर्टिलिटी दो तरह के होते है, पहले प्राइमरी इनफर्टिलिटी और दूसरी है सेकेंडरी इनफर्टिलिटी | प्राइमरी इनफर्टिलिटी उन महिलाओं को होती है, जो पहले से ही गर्भधारण करने में असफली हो रही होती है और सेकेंडरी इनफर्टिलिटी उन महिलाओं को होती है,जिन्होंने पहले कभी गर्भधारण करने के सफलता प्राप्त की होती है, लेकिन अब उन्हें गर्भधारण करने में असफलता प्राप्त हो रही होती है | 

डॉक्टर सुचित्रा बत्रा ने यह भी बताया की इस वीडियो में आपको इस विषय से जुड़ी पूरी जानकारी दी जाएगी जैसे की इनफर्टिलिटी क्या होती है, इसके मुख्य वजह क्या है? इनफर्टिलिटी से जुड़े जोखिम कारक कौन से है ? स्त्रीलिंग इनफर्टिलिटी में कौन से टेस्ट किये जाते है ? जैसे की बेसिक और एडवांस टेस्ट , इनफर्टिलिटी का इलाज कैसे किया जाता है ? जैसे की  मेडिकल मैनेजमेंट और इसके साथ ही सर्जिकल मैनेजमेंट आदि |   

स्त्रीलिंग इनफर्टिलिटी होने के मुख्य वजह क्या है ? 

महिला में मौजूद फॉलोपियन ट्यूब ओवरी, यूटेरस, सर्विक्स और वजाइना इन चारों ऑर्गन से मिलकर बनता है | इन चारों में से किसी भी ऑर्गन में किसी प्रकार की परेशानी आती है तो जाहिर सी बात है की इसी कारणों से महिलाएं गर्भधारण करने में असमर्थ हो जाती है | 

स्त्रीलिंग इनफर्टिलिटी से जुड़े जोखिम कारक कौन से हो सकते है ?

डॉक्टर सुचित्रा बत्रा ने बताया कि अगर किसी महिला की आयु 35 वर्ष या फिर इससे भी अधिक है तो उनमे इनफर्टिलिटी का जोखिम कारक सबसे अधिक होता है सकता है | उम्र बढ़ने के साथ-साथ महिलाओं में सेहत के साथ-साथ उसके प्रजनन में भी काफी बुरा असर पड़ता है और इसके साथ ही शुक्राणु और अंडे की गुणवत्ता और मात्रा में भी कमी आ जाती है, जिस वजह से 35 वर्ष या फिर इससे भी अधिक उम्र की महिलाएं गर्भधारण करने में असमर्थ हो जाती है |

इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी के लिए आप एमेरिटस हॉस्पिटल नमक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है | इस चैनल पर इस विषय से जुड़ी पूरी जानकारी पर वीडियो बनाकर पोस्ट की हुई है | इसके अलावा आप सीधे एमेरिटस हॉस्पिटल से परामर्श भी कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर सुचित्रा बत्रा लेप्रोस्कोपी और इनफर्टिलिटी में स्पेशलिस्ट है, जो इनफर्टिलिटी की समस्या से छुटकारा और गर्भधारण करने में आपकी मदद कर सकते है | 

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